फिक्स्ड चार्जेस व अन्य कई प्रकार के चार्जेस ने निकाला बिजली उपभोक्ताओं का दम, मोर्चा ने किया प्रदर्शन

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विकासनगर। सरकार द्वारा लगातार बिजली के दामों में की जा रही बेहताशा बढ़ोतरी को रोक पाने में नाकाम गवर्नर से इस्तीफे की मांग को लेकर जन संघर्ष मोर्चा कार्यकर्ताओं ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के  पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में तहसील में घेरावध्प्रदर्शन कर महामहिम राज्यपाल (उन्हीं को) को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी, विकासनगर श्री विनोद कुमार को सौंपा। नेगी ने कहा कि प्रतिवर्ष लगभग 15 फीसदी लाइन लॉस में बिजली जाया हो रही है, जिसकी कीमत लगभग 1000-1500 करोड है ,लेकिन गवर्नर साहब इस लाइन लॉस को कम करने की दिशा में सरकार पर चाबुक चलाने में लाचार नजर आ रहा हैं, जिसकी वजह से जनता त्राहि- त्राहि कर रही है। नेगी ने कहा कि तीन-चार  वर्ष से सरकार द्वारा लगातार बिजली के दामों में बढ़ोतरी की जा रही है तथा कुछ माह पूर्व फिर से बढ़ोतरी की गई है द्यसरकार द्वारा प्रतिमाह यूनिट स्लैबध्प्रति किलोवाट फिक्स्ड  चार्जेस निर्धारित किया गया है, जिसके नाम पर उपभोक्ताओं को लूटने का काम किया जा रहा है।                     नेगी ने कहा कि सरकार की नाकामी उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही है।  गवर्नर साहब की लापरवाही एवं ढिंगामस्ती तथा कई बार मोर्चा द्वारा चेताने के बावजूद लाइन लॉस कम करने की दिशा में कोई भी ठोस कदम नहीं उठा पाए द्य निजी हित साधने के लिए सरकार मामले को अनसुना कर रही है ,जिसकी वजह से जनता का तेल निकल रहा हैद्य ऊर्जा प्रदेश में  यह खेल जनता पर भारी पड़ रहा है द्य                       नेगी ने कहा कि 100 यूनिट तक रुपए 3.40 प्रति यूनिट, 200 यूनिट तक 4.90 एवं 200 से 400 यूनिट तक 6.70 तथा इसके ऊपर 7.35 प्रति यूनिट निर्धारित की गई है तथा इसी प्रकार फिक्स्ड चार्जेस 75 रुपए, 85 ₹एवं 100 रुपए प्रति किलोवाटध्प्रतिमाह निर्धारित किए गए हैं तथा इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी भी उपभोक्ताओं का कष्ट बढ़ा रही है। सरकार को चाहिए था कि फिक्स्ड चार्जेस न्यूनतम करने एवं 100 यूनिट के स्लैब के स्थान पर 150- 200 यूनिट का स्लैब निर्धारित करती। काबिले गौर है कि जितनी बिजली की मारामारी होगी उतनी ही ज्यादा निजी कमाई अधिकारियों एवं इससे जुड़े नेताओं की होगी। मोर्चा महा. राज्यपाल से मांग करता है कि इस नाकामी के खिलाफ इस्तीफा देकर जनता से न्याय करने का काम करें। अगर इस्तीफा नहीं दिया गया तो मोर्चा आमरण अनशन को विवश होगा। घेराव प्रदर्शन में मोर्चा महासचिव आकाश पवांर, विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, सरदार सिंह चैहान, महिपाल सिंह रावत, कुंवर सिंह चैहान, आर पी भट्ट,चैधरी जगमाल सिंह, इदरीश, मोहम्मद असद,एम.ए.सिद्दीकी,  सलीम मुजीबुररहमान, अनिल चैधरी, गालिब प्रधान, अनुपम कपिल, मालती देवी, अतुल हांडा, एम एल नौटियाल ,गयूर ,आर.पी. सेमवाल, मोहम्मद नसीम, मान चंद राणा, विक्रम पाल, मोहम्मद इस्लाम, संगीता चैधरी, प्रवीण शर्मा पिन्नी, राम सिंह तोमर,मोहम्मद आसिफ, शमशाद, सरोज गांधी, संजय गुप्ता,  परिमल गोस्वामी, नरेंद्र तोमर, गोविंद सिंह नेगी, कमल ठकुरी,भजन सिंह नेगी,  गौरी रावत, खुर्शीद, प्रवीण कुमार , किशोर भंडारी, विनय गुप्ता, नितिन प्रधान, नरेश ठाकुर, जीशान, जयपाल सिंह, बॉबी गुप्ता, कुंवर सिंह नेगी, मन्नान, प्रमोद शर्मा, दिनेश राणा,चैधरी मामराज, सुरजीत सिंह टिम्मू, प्रोवीर दास, शमीम, राजू चैधरी, कुंवर सिंह नेगी, देव सिंह चैधरी, शेर सिंह चैधरी, श्रवण गर्ग, हुमा खान,सलीम मिर्जा, जाबिर हसन, सतीश सेमवाल, सुनील,संध्या गुलरिया  आदि मौजूद थे।

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